रहने मत दो अवगुण का, जीवन में एक भी अंश। रहने मत दो अवगुण का, जीवन में एक भी अंश।
रे मन ! तू थकता नहीं है क्या ? पल में फूलों पर मँडराता पल में पेड़ों पर चढ़ जाता, रे मन ! तू थकता नहीं है क्या ? पल में फूलों पर मँडराता पल में पेड़ों पर...
हंस दे दिल ये तोड़ के अब मेरी फिक्र छोड़ के अपनों का रख ख्याल और खुद को संभालिये हंस दे दिल ये तोड़ के अब मेरी फिक्र छोड़ के अपनों का रख ख्याल और खुद को...
जला के राख कर देता है, जब बढ़ जाता है अहम। मिट्टी में खाक कर देता है, जब हो जाता है इसका वहम। जला के राख कर देता है, जब बढ़ जाता है अहम। मिट्टी में खाक कर देता है, जब हो ...
खुद पर यकीन करना सीखो नियत सच्ची और जुबां प्यारी रखो खुद पर यकीन करना सीखो नियत सच्ची और जुबां प्यारी रखो
बदल लेते है कानों के छिद्र की दिशाएँ उलट जिस ओर से हवा मेरे लफ़्ज़ों को लाती है! हाँ है थोड़ी तीखी... बदल लेते है कानों के छिद्र की दिशाएँ उलट जिस ओर से हवा मेरे लफ़्ज़ों को लाती है...